dc.contributor.author |
शर्मा, मुकेश कुमार |
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dc.contributor.author |
शर्मा, बबीता |
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dc.contributor.author |
गोयल, राकेश |
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dc.contributor.author |
चौबे, वी. के. |
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dc.contributor.author |
सिंह, राजदेव |
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dc.date.accessioned |
2019-08-08T12:06:01Z |
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dc.date.available |
2019-08-08T12:06:01Z |
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dc.date.issued |
2012 |
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dc.identifier.citation |
भारतीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान पत्रिका, वर्ष 20, अंक 1, जून 2012, पृष्ठ 102-105 |
en_US |
dc.identifier.uri |
http://117.252.14.250:8080/jspui/handle/123456789/3344 |
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dc.description.abstract |
जल में बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण जनसंख्या में निरंतर वृद्धि से बढ़ता शहरीकरण, औद्योगीकरण तथा कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए ज्यादा से ज्यादा उर्वरर्कों एवं कीटनाशकों का प्रयोग है |
en_US |
dc.language.iso |
other |
en_US |
dc.publisher |
निस्केयर-सी.एस.आइ.आर. |
en_US |
dc.subject |
कीटनाशक |
en_US |
dc.subject |
भूजल |
en_US |
dc.subject |
प्रदूषण |
en_US |
dc.title |
वडोदरा शहर के भूजल में पेस्टिसाइड प्रदूषण की समस्या |
en_US |
dc.type |
Article |
en_US |