dc.contributor.author |
नेमा, एम. के. |
|
dc.date.accessioned |
2019-08-07T11:19:46Z |
|
dc.date.available |
2019-08-07T11:19:46Z |
|
dc.date.issued |
2014 |
|
dc.identifier.citation |
प्रवाहिनी, अंक 21,पृष्ठ 9-12, 2013-14 |
en_US |
dc.identifier.uri |
http://117.252.14.250:8080/jspui/handle/123456789/3315 |
|
dc.description.abstract |
आदिकाल से ही मानसून और चौमासा भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग रहें हैं | हमारे यहा कुल जितना पानी बरसता है उसका 70-90 प्रतिशत चौमासे में ही गिर जाता है| |
en_US |
dc.language.iso |
other |
en_US |
dc.publisher |
राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान, रुड़की |
en_US |
dc.subject |
भारतीय मानसून |
en_US |
dc.subject |
जलवायु परिवर्तन |
en_US |
dc.title |
भारतीय मानसून और जलवायु परिवर्तन |
en_US |
dc.type |
Article |
en_US |