dc.contributor.author |
शुक्ला, संदीप |
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dc.contributor.author |
जैन, संजय कुमार |
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dc.contributor.author |
त्यागी, जयवीर |
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dc.date.accessioned |
2019-08-06T07:20:07Z |
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dc.date.available |
2019-08-06T07:20:07Z |
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dc.date.issued |
2012 |
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dc.identifier.citation |
भारतीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान पत्रिका, वर्ष 20, अंक 1, जून 2012, पृष्ठ 87-90 |
en_US |
dc.identifier.uri |
http://117.252.14.250:8080/jspui/handle/123456789/3296 |
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dc.description.abstract |
जलाशयों के साथ अवसाद या तलछट एक मुख्य घटक हैं जो कि जलाशयों की अवधि को हानि पहुंचाते हैं अवसाद कण साधारणतः दूर तक फैले आवाह क्षेत्र में नदी बहाव से हुए मृदा अपरदन प्रकिया से उत्पन्न होतें हैं | |
en_US |
dc.language.iso |
other |
en_US |
dc.publisher |
निस्केयर-सी.एस.आइ.आर. |
en_US |
dc.subject |
जलाशय अवसाद |
en_US |
dc.subject |
मृदा अपरदन |
en_US |
dc.title |
अंकीय चित्र प्रणाली द्वारा पोंग (राणा प्रताप सागर) जलाशय का तलछट आंकलन |
en_US |
dc.type |
Article |
en_US |